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गांधी युग की सम्पूर्ण जानकारी | SSC / NTPC Modern History Notes in Hindi
गांधी युग की शुरुआत
- महात्मा गांधी का भारत आगमन: 9 जनवरी 1915 को दक्षिण अफ्रीका से लौटे।
- प्रथम आंदोलन: चंपारण सत्याग्रह (1917) – भारत में गांधी जी का पहला सफल सत्याग्रह।
- गांधी युग को “जन भागीदारी वाला आंदोलन काल” भी कहा जाता है।
स्वतंत्रता संग्राम में गांधी जी की प्रमुख भूमिकाएं
1️⃣ जन आंदोलनों का नेतृत्व
आंदोलन | वर्ष | भूमिका |
---|---|---|
चंपारण सत्याग्रह | 1917 | किसानों को नील की खेती से मुक्ति दिलाई |
खेड़ा सत्याग्रह | 1918 | कर माफी की माँग, सूखा प्रभावित किसानों की मदद |
असहयोग आंदोलन | 1920–22 | ब्रिटिश संस्थाओं का बहिष्कार |
सविनय अवज्ञा आंदोलन | 1930 | दांडी मार्च द्वारा नमक कानून का उल्लंघन |
भारत छोड़ो आंदोलन | 1942 | “करो या मरो” का आह्वान, ब्रिटिश शासन का सीधा विरोध |
2️⃣ नैतिक और वैचारिक नेतृत्व
- अहिंसा (Non-Violence) को राजनीतिक आंदोलन का आधार बनाया।
- सत्याग्रह से जनता को अन्याय के विरुद्ध शांतिपूर्ण प्रतिकार करना सिखाया।
- स्वदेशी, खादी और ग्राम उद्योगों के प्रचार से आत्मनिर्भरता का मार्ग दिखाया।
3️⃣ समाज सुधारक की भूमिका
- छुआछूत के खिलाफ अभियान, हरिजन सेवक संघ की स्थापना।
- महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया।
- हिंदू-मुस्लिम एकता पर बल दिया (खिलाफत आंदोलन का समर्थन)।
गांधी जी के विचारों का प्रभाव
- स्वतंत्रता संग्राम को जन-आधारित आंदोलन में बदला।
- नैतिकता और आत्म-बल को राजनीतिक शक्ति का केंद्र बनाया।
- पूरे देश को एकजुट कर, गांव-गांव तक आंदोलन पहुँचाया।
गांधी युग के प्रमुख आंदोलन (1915 – 1948)

क्रम | आंदोलन | वर्ष | मुख्य उद्देश्य/घटना |
---|---|---|---|
1️⃣ | चंपारण सत्याग्रह | 1917 | नील की खेती से पीड़ित किसानों की मदद |
2️⃣ | खेड़ा सत्याग्रह | 1918 | सूखा प्रभावित किसानों को कर से राहत |
3️⃣ | अहमदाबाद मिल हड़ताल | 1918 | मजदूरों के वेतन की माँग, गांधी जी का उपवास |
4️⃣ | रॉलैट एक्ट विरोध | 1919 | ‘काला कानून’ के विरुद्ध राष्ट्रव्यापी विरोध |
5️⃣ | जलियांवाला बाग हत्याकांड | 1919 | जनरल डायर द्वारा निहत्थे लोगों पर गोलीबारी |
6️⃣ | खिलाफत आंदोलन | 1919–1924 | मुसलमानों के धार्मिक नेतृत्व के समर्थन में |
7️⃣ | असहयोग आंदोलन | 1920–1922 | सरकारी नौकरी, स्कूल, विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार |
8️⃣ | चौरी-चौरा कांड | 1922 | आंदोलन के दौरान हिंसा, आंदोलन स्थगित |
9️⃣ | सविनय अवज्ञा आंदोलन | 1930 | नमक कानून का उल्लंघन – दांडी मार्च |
🔟 | भारत छोड़ो आंदोलन | 1942 | “करो या मरो” का नारा, पूर्ण स्वतंत्रता की माँग |
गांधी युग का प्रभाव | IMPACT OF GANDHIAN
गांधी युग (1915–1948) ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नया मोड़ दिया। इस युग में न केवल राजनीतिक परिवर्तन हुए, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और नैतिक स्तर पर भी गहरा प्रभाव पड़ा। महात्मा गांधी के सिद्धांतों और आंदोलनों ने भारत को आज़ादी की ओर अग्रसर किया।
1. राजनीतिक प्रभाव
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन जन आंदोलन में परिवर्तित हुआ।
- पहली बार गांव, महिलाएं, किसान और मजदूर बड़े पैमाने पर शामिल हुए।
- कांग्रेस पार्टी में गांधी जी के नेतृत्व के कारण अहिंसक संघर्ष को प्रमुखता मिली।
- विदेशी शासन के खिलाफ आधुनिक और नैतिक लड़ाई का रास्ता दिखाया।
2. सामाजिक प्रभाव
- छुआछूत और जातिवाद के खिलाफ व्यापक जन जागरण।
- हरिजन सेवा और दलितों के उत्थान के लिए आंदोलन।
- महिलाओं को आंदोलन से जोड़ा गया — स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी।
- शिक्षा के क्षेत्र में बुनियादी शिक्षा (नई तालीम) की संकल्पना।
3. आर्थिक प्रभाव
- स्वदेशी आंदोलन के जरिए विदेशी वस्त्रों और उत्पादों का बहिष्कार।
- खादी और ग्रामोद्योग का प्रचार — आत्मनिर्भरता की भावना को बढ़ावा।
- उपभोक्तावाद की जगह उपयोगिता और सादगी का मूल्य बढ़ा।
- स्थानीय उद्योगों और हस्तशिल्प को पुनर्जीवित किया।
4. नैतिक और वैचारिक प्रभाव
- सत्य, अहिंसा और आत्मबल पर आधारित संघर्ष से दुनिया में नया उदाहरण प्रस्तुत किया।
- गांधी जी के विचारों ने न केवल भारत को बल्कि दुनिया भर के आंदोलनों को प्रेरित किया (नेल्सन मंडेला, मार्टिन लूथर किंग जूनियर आदि)।
- नैतिक नेतृत्व और ईमानदारी को राजनीति का हिस्सा बनाया।
5. भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर प्रभाव
- आंदोलनों ने ब्रिटिश शासन की नींव को कमजोर किया।
- गांधी जी के नेतृत्व में भारतीयों ने आत्मबल और राष्ट्रभक्ति सीखी।
- 1947 में भारत की स्वतंत्रता की पृष्ठभूमि गांधी युग की वजह से ही बनी।
गांधी युग के सभी प्रमुख आंदोलन
1️⃣ चंपारण सत्याग्रह (1917)
- स्थान: बिहार
- समस्या: अंग्रेज नील की खेती किसानों पर जबरदस्ती करवाते थे।
- गांधी जी की भूमिका: किसानों की स्थिति का अध्ययन किया, सत्याग्रह किया।
- परिणाम: अंग्रेज सरकार को झुकना पड़ा, किसानों को राहत मिली।
- महत्व: यह गांधी जी का भारत में पहला सफल राजनीतिक आंदोलन था।
2️⃣ खेड़ा सत्याग्रह (1918)
- स्थान: गुजरात
- समस्या: सूखा पड़ने पर भी कर वसूला जा रहा था।
- गांधी जी की मांग: कर माफ किया जाए।
- परिणाम: ब्रिटिश सरकार ने कुछ शर्तों के साथ कर माफ किया।
- महत्व: सत्याग्रह की शांतिपूर्ण रणनीति को और मजबूती मिली।
3️⃣ अहमदाबाद मिल हड़ताल (1918)
- समस्या: मजदूरों को वेतन वृद्धि चाहिए थी।
- गांधी जी का कदम: बीच-बचाव किया, उपवास रखा।
- परिणाम: मालिक और मजदूरों में समझौता हुआ।
4️⃣ रॉलैट एक्ट विरोध आंदोलन (1919)
- कानून: बिना मुकदमे के गिरफ्तारी की अनुमति।
- गांधी जी ने: इसे “काला कानून” कहा।
- विरोध: देशभर में हड़तालें और प्रदर्शन हुए।
- परिणाम: जलियांवाला बाग हत्याकांड (13 अप्रैल 1919)
5️⃣ खिलाफत आंदोलन (1919–1924)
- नेता: अली भाई (शौकत अली, मुहम्मद अली)
- उद्देश्य: तुर्की के खलीफा की सत्ता की रक्षा।
- गांधी जी का समर्थन: हिन्दू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने हेतु।
6️⃣ असहयोग आंदोलन (1920–1922)
- कारण: जलियांवाला बाग कांड, रॉलैट एक्ट, खिलाफत का समर्थन।
- कार्य: सरकारी नौकरी, स्कूल, अदालतों का बहिष्कार; विदेशी वस्त्र जलाना।
- नारा: “असहयोग करो, आज़ाद बनो।”
- अंत: चौरी चौरा कांड (1922) में हिंसा के कारण गांधी जी ने वापस ले लिया।
7️⃣ सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930–1934)
- कारण: साइमन कमीशन, ब्रिटिश दमन।
- प्रारंभ: दांडी यात्रा (12 मार्च 1930) – नमक कानून का उल्लंघन।
- कार्य: नमक बनाना, कर न भरना, कानून न मानना।
- गांधी-इरविन समझौता: 1931 में आंदोलन समाप्त करने के बदले कुछ मांगें मानी गईं।
8️⃣ भारत छोड़ो आंदोलन (1942)
- कारण: द्वितीय विश्व युद्ध में भारत को जबरन शामिल करना।
- घोषणा: 8 अगस्त 1942 को बंबई में “करो या मरो” का नारा।
- गांधी जी, नेहरू, पटेल सहित सभी नेता गिरफ्तार।
- परिणाम: आंदोलन उग्र रूप में फैल गया; लेकिन जनता की भागीदारी ऐतिहासिक रही।
9️⃣ व्यक्तिगत सत्याग्रह (1940–1941)
- कारण: ब्रिटिश सरकार ने द्वितीय विश्व युद्ध में भारत की राय नहीं ली।
- मुख्य सत्याग्रही: विनोबा भावे (पहले), जवाहरलाल नेहरू (दूसरे)।
- गांधी जी का उद्देश्य: युद्ध में भारत की भूमिका स्पष्ट हो, भारत की स्वतंत्रता सुनिश्चित हो।
गांधी युग के आंदोलनों की विशेषताएँ
- सभी आंदोलन अहिंसक (Non-Violent) थे।
- गांधी जी ने आंदोलनों को जन आंदोलन में बदला।
- सत्याग्रह और सविनय अवज्ञा गांधी युग की पहचान बनी।
- समाज के सभी वर्गों – किसान, मजदूर, महिलाएं, छात्र – ने भाग लिया।
परीक्षा के लिए याद रखने योग्य बिंदु (Quick Revision)
आंदोलन | वर्ष | उद्देश्य | विशेषता |
---|---|---|---|
चंपारण | 1917 | किसानों के अधिकार | गांधी जी का पहला आंदोलन |
खेड़ा | 1918 | कर माफी | सूखा पीड़ितों की जीत |
रॉलैट एक्ट | 1919 | “काला कानून” विरोध | जलियांवाला बाग से जुड़ा |
असहयोग | 1920 | विदेशी वस्त्र बहिष्कार | चौरी-चौरा से स्थगन |
सविनय अवज्ञा | 1930 | नमक कानून उल्लंघन | दांडी यात्रा से शुरू |
भारत छोड़ो | 1942 | पूर्ण स्वतंत्रता | “करो या मरो” नारा |
गांधी युग – Top 20 MCQs (PYQs)
1. भारत में गांधी जी का पहला सत्याग्रह आंदोलन कौन-सा था?
A. खेड़ा
B. चंपारण
C. रॉलैट
D. अहमदाबाद
✅ उत्तर: B. चंपारण (1917)
2. दांडी यात्रा किस आंदोलन का हिस्सा थी?
A. असहयोग आंदोलन
B. भारत छोड़ो आंदोलन
C. सविनय अवज्ञा आंदोलन
D. व्यक्तिगत सत्याग्रह
✅ उत्तर: C. सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930)
3. गांधी जी ने किस आंदोलन के दौरान “करो या मरो” का नारा दिया?
A. असहयोग
B. भारत छोड़ो
C. सविनय अवज्ञा
D. खिलाफत
✅ उत्तर: B. भारत छोड़ो आंदोलन (1942)
4. किस आंदोलन को चौरी-चौरा कांड के बाद वापस लिया गया था?
A. असहयोग आंदोलन
B. सविनय अवज्ञा आंदोलन
C. भारत छोड़ो आंदोलन
D. खिलाफत आंदोलन
✅ उत्तर: A. असहयोग आंदोलन
5. गांधी-इरविन समझौता किस वर्ष हुआ?
A. 1929
B. 1930
C. 1931
D. 1932
✅ उत्तर: C. 1931
6. रॉलैट एक्ट को गांधी जी ने क्या कहा?
A. श्वेत कानून
B. काला कानून
C. न्याय कानून
D. कठोर कानून
✅ उत्तर: B. काला कानून
7. खिलाफत आंदोलन किससे जुड़ा था?
A. खालसा आंदोलन
B. तुर्की के खलीफा की सत्ता
C. मुस्लिम लीग
D. खिलाफ अंग्रेजी शिक्षा
✅ उत्तर: B. तुर्की के खलीफा की सत्ता
8. भारत छोड़ो आंदोलन की घोषणा कब की गई?
A. 15 अगस्त 1942
B. 8 अगस्त 1942
C. 26 जनवरी 1930
D. 22 मार्च 1942
✅ उत्तर: B. 8 अगस्त 1942
9. व्यक्तिगत सत्याग्रह की शुरुआत किसने की?
A. महात्मा गांधी
B. विनोबा भावे
C. जवाहरलाल नेहरू
D. सरदार पटेल
✅ उत्तर: B. विनोबा भावे
10. ‘नमक सत्याग्रह’ कहाँ से शुरू हुआ?
A. साबरमती आश्रम
B. दांडी
C. अहमदाबाद
D. वर्धा
✅ उत्तर: A. साबरमती आश्रम
11. गांधी जी का जन्म कब हुआ था?
A. 15 अगस्त 1865
B. 2 अक्टूबर 1869
C. 10 मई 1857
D. 12 मार्च 1889
✅ उत्तर: B. 2 अक्टूबर 1869
12. गांधी जी ने दक्षिण अफ्रीका में कौन-सा आंदोलन चलाया?
A. भारत छोड़ो
B. सत्याग्रह
C. स्वराज
D. वंदे मातरम
✅ उत्तर: B. सत्याग्रह
13. गांधी जी का प्रमुख शस्त्र क्या था?
A. हिंसा
B. शस्त्र बल
C. अहिंसा
D. विदेशी मदद
✅ उत्तर: C. अहिंसा
14. असहयोग आंदोलन कब शुरू हुआ?
A. 1917
B. 1919
C. 1920
D. 1922
✅ उत्तर: C. 1920
15. गांधी जी को महात्मा किसने कहा?
A. रवींद्रनाथ ठाकुर
B. सुभाष चंद्र बोस
C. जवाहरलाल नेहरू
D. लाला लाजपत राय
✅ उत्तर: A. रवींद्रनाथ ठाकुर
16. गांधी जी द्वारा शुरू किया गया समाचार पत्र कौन-सा था?
A. यंग इंडिया
B. हिंद स्वराज
C. हरिजन
D. सभी
✅ उत्तर: D. सभी
17. सविनय अवज्ञा आंदोलन में गांधी जी ने किस कानून को तोड़ा?
A. कृषि कर
B. नमक कानून
C. पुलिस कानून
D. प्रेस कानून
✅ उत्तर: B. नमक कानून
18. गांधी जी ने कौन-सा शिक्षा तंत्र प्रस्तावित किया?
A. नई तालीम
B. मैकाले प्रणाली
C. तकनीकी शिक्षा
D. गुरुकुल शिक्षा
✅ उत्तर: A. नई तालीम
19. भारत छोड़ो आंदोलन के समय वायसराय कौन था?
A. लॉर्ड माउंटबेटन
B. लॉर्ड वेवेल
C. लॉर्ड लिनलिथगो
D. लॉर्ड कर्जन
✅ उत्तर: C. लॉर्ड लिनलिथगो
20. गांधी जी की मृत्यु कब हुई?
A. 26 जनवरी 1950
B. 2 अक्टूबर 1949
C. 30 जनवरी 1948
D. 15 अगस्त 1947
✅ उत्तर: C. 30 जनवरी 1948
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